ONE OF MOST CONTROVERSIAL NO BALL - HINDI

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MATCH DETAILS
SERIES         : SRI LANKA TRIANGULAR SERIES
MATCH         : SRI LANKA VS INDIA
DATE            : AUGUST 16, 2010
ODI               : 3RD ODI
PLACE         : DAMBULLA


सहवाग को अपने शतक के लिए 26 रनों की आवश्यकता थी और मैच जीतने के लिए मात्र 33 रन की आवश्यकता थी। सहवाग ने 28 रनों में से 25 रन बनाए और 34वें ओवर में भारत को जीत के लिए 5 रनों की जरूरत थी; और सहवाग 99 पर बल्लेबाजी कर रहे थे, अपने 13 वें शतक से सिर्फ 1 रन दूर।

पहली ही गेंद सेहवाग और विकेट कीपर संगकारा के बीच में से होती हुई 4 leg byes बनी, इसका मतलब था कि स्कोर अब बराबर था, सहवाग को अभी भी अपने शतक के लिए एक रन की जरूरत थी।

रणदीव लगभग अपनी दूसरी गेंद फेंकने वाले हैं, कि अंपायर ने उसे डेड बॉल का सिग्नल दिया।

इसके बाद ऐसा लग रहा था कि सहवाग सिंगल के साथ अपना शतक पूरा नहीं करना चाहते हैं, इसलिए उन्होंने दूसरी और तीसरी गेंद को प्वाइंट की तरफ स्ट्राइक किया लेकिन कोई रन नहीं लिया।

चौथी गेंद पर माना जाता है: रणदीव ने सहवाग को उनके शतक से रोकने के लिए जानबूझकर नो बॉल फेंकी, जबकि दूसरी ओर, सहवाग ने आगे बढ़कर गेंदबाज के सिर के ऊपर से सीधा सामने की और छक्का मारा और अपने शतक का जश्न मानना शुरू कर दिया।

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लेकिन रुकिए !!! नाटक यहीं से तो शुरू होता है। श्रीलंका पर भारत की आरामदायक जीत सूरज रणदीव की नो-बॉल के विवाद के कारण खटाई में पड़ गई । चूंकि, रणदीव ने नो बॉल फेंकी थी, सहवाग की गेंद को छक्का मारने से पहले ही भारत ने मैच जीत लिया था। नियम कहता है कि जब टीम मैच जीत चुकी है तो कोई रन नहीं जोड़ा जा सकता। नतीजतन, सहवाग की आखिरी गेंद पर छक्के को कुछ नहीं माना और उनका स्कोर 99 बना रहा।

इस तरह सहवाग को उनके योग्य शतक से वंचित रखा गया। यह जानबूझकर किया गया था, क्यूंकि रणदीव ने अब तक टेस्ट मैचों में भी नो-बॉल नहीं फेंकी है, पी सारा ओवल में भी केवल कुल दो नो-बॉल फेंकी, और ना ही एकदिवसीय क्रिकेट में नो-बॉल फेंकी, केवल 99 पर उसने नो-बॉल क्यों फेंकी, और वो भी किसी छोटे मार्जिन से नहीं काफी बड़े मार्जिन से।"

सहवाग ने बाद में इंटरव्यू में कहा, "उन्होंने (श्रीलंका ने) ऐसा इसलिए किया क्योंकि कोई भी टीम नहीं चाहती कि कोई भी खिलाड़ी उनके खिलाफ शतक बनाए।" सहवाग ने यह भी कहा कि उन्होंने भारत के साथ यह दूसरी बार किया है। पहली बार जब सचिन तेंदुलकर ने पिछले ही साल कटक में श्रीलंका के खिलाफ एकदिवसीय मैच में 96 रनों की पारी खेली थी, तब बल्लेबाज को शतक से वंचित करने के लिए लसिथ मलिंगा ने एक्स्ट्रा देकर मैच खत्म कर दिया था।
श्रीलंका क्रिकेट ने ट्राई सीरीज़ में शतक बनाने वाले भारत के सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग को जानबूझकर नो बॉल करने के लिए ऑफ स्पिनर सूरज रणदीव को एक मैच के लिए निलंबित भी कर दिया है।



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